Mohammed Rafi "हम इन्तिज़ार करेंगे (Hum Intezaar Karenge)" paroles

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हम इन्तिज़ार करेंगे (Hum Intezaar Karenge)

हम इन्तिज़ार करेंगेहम इन्तिज़ार करेंगे तेरा, क़यामत तकख़ुदा करे कि क़यामत हो, और तू आए (2×)हम इन्तिज़ार करेंगे

बुझी बुझी सी नज़र में तेरी तलाश लिएभटकते फिरते हैं हम, आप अपनी लाश लिएयह ही जुनून यह ही वहशत होयह ही जुनून यह ही वहशत हो, और तू आएख़ुदा करे कि क़यामत हो, और तू आएहम इन्तिज़ार करेंगे

न देंगे हम तुझे इलज़ाम, बेवफ़ाई कामगर गिला तो करेंगे, तेरी जुदाई कातेरे ख़िलाफ़ शिकायत होतेरे ख़िलाफ़ शिकायत हो, और तू आएख़ुदा करे कि क़यामत हो, और तू आएहम इन्तिज़ार करेंगे

यह ज़िन्दगी तेरी क़दमों में डाल जाएंगेतुझ ही को तेरी अमानत संभाल जाएंगेहमारा आलम-ए-रुख़सत होहमारा आलम-ए-रुख़सत हो, और तू आएख़ुदा करे कि क़यामत हो, और तू आएहम इन्तिज़ार करेंगे

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