Shishe ki umar pyaal ki
शीशे की उम्र प्याल की आख़िर बिसात क्याटूटा जो दिल किसी का तो हैरत की बात क्या
हम अपने लिए जीते है हुमको जहाँ से क्याहम खून जिगर पीते है हुमको जहाँ से क्याएक रात की होती है शमा इसकी हयात क्या
भूल जा कसमे तोड़ दे वादे ना बदले किसने यहाँ इरादेहुस्न भी झूठा प्यार भी झूठा वफ़ा भी झूठी यार भी झूठा
रही ये दुनिया किसकी होकरमार दे दुनिया को तू ठोकरखुद का नही है भरोसा कोई दुनिया का साथ क्या
रोने से कहीं अच्छा है तू गा ले झूम केफूलों का जला दे सीना तू काँटों को चूम लेहम दीवाने है; दीवानो का दिन क्या है रात क्या.